UIDAI Big Update : UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने हाल ही में आधार कार्ड के पते वाले हिस्से से ‘Care Of’ (C/O) टैग को हटाने का फैसला किया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि आधार कार्ड को केवल व्यक्ति की पहचान और उसके निवास स्थान की पुष्टि के लिए उपयोग में लाया जाए। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आधार कार्ड केवल पहचान पत्र के रूप में काम करे और इसमें पारिवारिक या सामाजिक रिश्तों को दर्शाने की कोई आवश्यकता न हो। इस कदम से यह भी स्पष्ट होता है कि सरकार नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी की गोपनीयता को अधिक महत्व दे रही है, जिससे गलत उपयोग की संभावनाओं को कम किया जा सके।

पहले C/O टैग क्यों होता था? 🏠📬👨👩👧
भारत में कई लोग ऐसे स्थानों पर रहते हैं जहाँ उनका अपना स्थायी पता नहीं होता, जैसे छोटे शहर, गाँव या छात्रावास आदि। ऐसे मामलों में व्यक्ति आमतौर पर अपने माता-पिता, रिश्तेदार या अभिभावक के पते का उपयोग करते थे। उस स्थिति में, आधार कार्ड के पते वाले हिस्से में ‘C/O’ लिखा होता था, जैसे:
- C/O राम प्रसाद
इसका मतलब होता था कि व्यक्ति राम प्रसाद के पते पर रह रहा है, भले ही वह उस स्थान का मालिक न हो। इससे यह भी पता चलता था कि रहने वाला व्यक्ति किसके साथ जुड़ा हुआ है। यह विशेष रूप से छात्रों, किराएदारों और उन लोगों के लिए जरूरी था जो कहीं और रह रहे थे लेकिन उनका स्थायी निवास कहीं और था। इस प्रथा ने लोगों को अस्थायी निवास के बावजूद सरकारी सेवाओं और लाभों तक पहुंच बनाने में मदद की थी। इसके अलावा, कई बार कानूनी कारणों या संपत्ति विवादों में C/O टैग परिवार या रिश्तेदार की पहचान के प्रमाण के रूप में कार्य करता था।
अब क्या बदला है? 🔄🆕📢
UIDAI ने स्पष्ट किया है कि आधार का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की पहचान और उसका भौतिक पता प्रमाणित करना है, न कि यह बताना कि वह किसी खास व्यक्ति से किस तरह जुड़ा हुआ है। इसी वजह से अब:
- नया पता अपडेट करते समय ‘C/O’ जोड़ने का विकल्प नहीं मिलेगा।
- आधार कार्ड पर अब केवल पूर्ण पता (Address) दिखाई देगा जिसमें व्यक्ति का खुद का नाम और स्थान होगा।
- किसी रिश्तेदार, माता-पिता या अन्य व्यक्ति का नाम अब पते के साथ नहीं जोड़ा जा सकेगा।
इस बदलाव से पता और पहचान को लेकर अधिक स्पष्टता आएगी और फर्जी पते या गलत पहचान के मामलों में कमी आएगी। 🧾✅🔐 UIDAI का कहना है कि इससे आधार की प्रमाणिकता और विश्वसनीयता में और वृद्धि होगी। यह निर्णय डिजिटलीकरण और सरकारी डेटाबेस को साफ और उपयोगी रखने की दिशा में भी एक अहम कदम है। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि कोई भी व्यक्ति गलत या काल्पनिक संबंधों के माध्यम से आधार आधारित सेवाओं का अनुचित लाभ न उठा सके। 📊🛡️📌
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जिनके आधार पर पहले से C/O है 🕰️📇📎
- अगर आपके आधार कार्ड में पहले से ‘C/O’ लिखा हुआ है, तो वह वैध बना रहेगा। UIDAI इस बदलाव को भविष्य के लिए लागू कर रहा है।
- लेकिन अगर आप आगे चलकर अपना पता अपडेट करते हैं या नया पता दर्ज करते हैं, तो आधार कार्ड से ‘C/O’ टैग अपने आप हटा दिया जाएगा।
- पुराने दस्तावेज़ और रिकॉर्ड में यदि ‘C/O’ मौजूद है तो वे मान्य रहेंगे, लेकिन नए अपडेट्स में यह विकल्प नहीं मिलेगा। ✍️🗂️📌
यह परिवर्तन धीरे-धीरे लागू किया जाएगा ताकि आम लोगों को इसका असर समझने और आवश्यक बदलाव करने का समय मिल सके। यदि किसी व्यक्ति को विशेष कारणों से C/O का उल्लेख जरूरी लगता है, तो उन्हें अन्य वैकल्पिक दस्तावेज़ों का उपयोग करना होगा। 📝🏢📤 सरकार की योजना है कि आधार की सादगी और उद्देश्य में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता को खत्म किया जाए ताकि यह एक वैश्विक मानकों के अनुरूप पहचान प्रणाली बन सके।
इसका असर क्या होगा? 📊📋📣
विषय | असर |
---|---|
पहचान | अब आधार पर सिर्फ व्यक्ति का नाम और निवास स्थान दिखेगा, संबंधों का उल्लेख नहीं होगा |
पता अपडेट | ‘C/O’ जोड़ने का विकल्प हट जाएगा, जिससे पते में स्पष्टता और समानता बनी रहेगी |
संबंधों का प्रमाण | आधार अब पारिवारिक या अन्य संबंधों का प्रमाण नहीं माना जाएगा |
सामाजिक प्रभाव | लोगों को अन्य दस्तावेज़ों जैसे राशन कार्ड, स्कूल प्रमाणपत्र या निवास प्रमाणपत्र में रिश्तों को दिखाने की ज़रूरत होगी |
निजी गोपनीयता | इस बदलाव से उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता बढ़ेगी क्योंकि अब आधार पर व्यक्तिगत रिश्ते नहीं दिखेंगे |
डिजिटल क्लीन-अप | आधार डेटा अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी हो जाएगा, जिससे सरकारी सेवाएं अधिक दक्ष बनेंगी |
निष्कर्ष 🙌🇮🇳📈
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य आधार को एक मजबूत, स्पष्ट और केवल पहचान आधारित दस्तावेज़ बनाना है। 🔐📘🧾 UIDAI इस कदम से यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आधार कार्ड का उपयोग गलत उद्देश्यों से न हो, और यह दस्तावेज़ हर नागरिक की पहचान और पते का सटीक और भरोसेमंद प्रमाण बना रहे। इस तरह की पारदर्शिता से सरकारी सेवाओं में भी सुधार होगा और दस्तावेजों की प्रमाणिकता पर आम लोगों का भरोसा और मजबूत होगा। इसके अलावा, यह पहल डिजिटल इंडिया के विज़न को सशक्त बनाती है, जहाँ हर नागरिक की जानकारी सुरक्षित, सत्यापित और स्पष्ट रूप में दर्ज होती है। इससे देश की प्रशासनिक प्रक्रियाएं सरल होंगी और जनकल्याणकारी योजनाओं का निष्पादन अधिक प्रभावशाली ढंग से किया जा सकेगा। 📡📱📘
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