Smart Meter : अब से हर नए बिजली कनेक्शन पर सिर्फ स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस बदलाव का असर सीधा उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा। पहले जहां साधारण मीटर उपलब्ध होते थे, अब उनकी जगह स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसकी वजह से मीटर की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है और नए कनेक्शन के लिए डिमांड राशि भी बढ़ा दी गई है।

स्मार्ट मीटर की कीमत
पहले एक साधारण मीटर लगभग 250 रुपये में लग जाता था। लेकिन अब स्मार्ट मीटर के लिए लगभग 500 रुपये खर्च करने होंगे। यह दोगुनी कीमत खासकर उन परिवारों के लिए परेशानी का कारण है जिनकी आय सीमित है। कई उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैं कि जब पुराने मीटर अभी भी ठीक से काम कर रहे हैं तो उन्हें हटाकर नए स्मार्ट मीटर लगाना क्यों जरूरी है।
गारंटी वाले मीटर भी बदले जा रहे
एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जो मीटर अभी गारंटी अवधि में हैं, उन्हें भी हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। उपभोक्ताओं के पास कोई विकल्प नहीं है। वे चाहकर भी पुराने मीटर को जारी नहीं रख सकते। इस वजह से उपभोक्ताओं में नाराज़गी बढ़ रही है क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनके साथ अन्याय है और बेवजह उनका खर्च बढ़ाया जा रहा है।
डिमांड राशि भी ज्यादा
सिर्फ मीटर की कीमत ही नहीं, बल्कि नए कनेक्शन के लिए ली जाने वाली डिमांड राशि भी पहले से अधिक कर दी गई है। इसका अर्थ है कि उपभोक्ताओं को शुरुआत में ही ज्यादा पैसे देने होंगे। ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे कस्बों के लोगों पर इसका खास असर होगा क्योंकि वहां आमदनी सीमित होती है लेकिन बिजली की आवश्यकता शहरों जितनी ही होती है।
राहत का ऐलान, लेकिन सीमित फायदा
सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए हर यूनिट पर 15 पैसे की छूट का ऐलान किया है। यदि कोई उपभोक्ता महीने में 150 यूनिट तक बिजली खर्च करता है, तो उसे सालाना लगभग 270 रुपये की बचत होगी। हालांकि, स्मार्ट मीटर की ऊंची लागत को देखते हुए यह बचत बहुत मायने नहीं रखती। जिन परिवारों की खपत ज्यादा है, उन्हें इस छूट से लगभग कोई लाभ नहीं मिलेगा।
बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर लगाने की योजना
बिजली विभाग का लक्ष्य है कि पूरे राज्य में 3.26 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएं। धीरे-धीरे सभी पुराने मीटर हटाकर इस योजना को पूरा किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर से बिलिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी, बिजली चोरी कम होगी और उपभोक्ता मोबाइल ऐप या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आसानी से अपनी खपत पर नज़र रख सकेंगे।
उपभोक्ताओं की चिंता और सुझाव
तकनीकी रूप से स्मार्ट मीटर आधुनिक और सुविधाजनक हैं, लेकिन उपभोक्ताओं की चिंता यह है कि इन्हें लागू करने का तरीका सही नहीं है। कई लोग चाहते हैं कि सरकार स्मार्ट मीटर की कीमत पर सब्सिडी दे या फिर किश्तों में भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराए। इससे आम लोगों पर आर्थिक दबाव कम होगा। साथ ही, उपभोक्ताओं को जागरूक करना भी जरूरी है ताकि वे समझ सकें कि स्मार्ट मीटर लंबे समय में उनके लिए कैसे लाभकारी हो सकते हैं।
KESCO Smart Meter Balance Check :-
कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी (KESCO) ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए स्मार्ट मीटर शुरू किए हैं। इन मीटरों की मदद से बिजली खपत की पूरी जानकारी और बैलेंस चेक करना अब काफी आसान हो गया है। नीचे बैलेंस चेक करने के कुछ आसान तरीके दिए गए हैं:
1. KESCO Mobile App से
- KESCO का आधिकारिक मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
- अपना कंज्यूमर नंबर या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालकर लॉगिन करें।
- डैशबोर्ड पर आपके स्मार्ट मीटर का रियल-टाइम बैलेंस और बिजली खपत की जानकारी दिख जाएगी।
2. KESCO वेबसाइट से
- KESCO की ऑफिशियल वेबसाइट kesco.co.in पर जाएं।
- ‘Consumer Services’ सेक्शन में जाकर ‘Smart Meter’ या ‘Recharge/Balance Check’ विकल्प चुनें।
- उपभोक्ता नंबर डालकर बैलेंस और बिल की जानकारी प्राप्त करें।
3. SMS/USSD सेवा से
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से निर्धारित फॉर्मेट में SMS भेजकर बैलेंस की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। (यह सुविधा क्षेत्र के आधार पर उपलब्ध हो सकती है।)
4. स्मार्ट मीटर डिस्प्ले से
- स्मार्ट मीटर के डिस्प्ले पर बटन दबाकर भी बैलेंस और यूनिट की जानकारी देखी जा सकती है।
5. Customer Care/Helpline से
- KESCO हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके भी बैलेंस और खपत की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
नोट: स्मार्ट मीटर प्रीपेड सिस्टम पर काम करता है, यानी जैसे मोबाइल रिचार्ज होता है वैसे ही बिजली का बैलेंस रिचार्ज करना पड़ता है। बैलेंस खत्म होने से पहले रिचार्ज करना जरूरी है, वरना बिजली सप्लाई बंद हो सकती है।
निष्कर्ष
स्मार्ट मीटर तकनीक आधुनिक है और इससे बिजली खपत का रिकॉर्ड अधिक सटीक और पारदर्शी रहेगा। लेकिन इसकी ऊंची कीमत और बढ़ी हुई डिमांड राशि उपभोक्ताओं के लिए बोझ बन गई है। यदि सरकार अतिरिक्त छूट और सुविधाएं उपलब्ध कराए तो यह बदलाव वास्तव में उपभोक्ताओं के लिए उपयोगी और सुविधाजनक साबित हो सकता है।